गुरुवार, 29 अगस्त 2024

टास्क मेंटिनेंस के बारे में जानकारी ।

 भूमिका :- मोटर परिवहन में भिन्न - भिन्न प्रकार की गाड़ियां होती है और उनका रख - रखाव ठीक रखने की लिए एक तरतीब बनाई है । ताकि समय पर गाड़ियों का मेंटिनेंस किया जाये ।  इस तरतीब को  हम टास्क मेंटिनेंस के नाम से जानते है ।

जरूरत :- 1-टास्क मेंटिनेंस का प्रयोग करके  गाड़ियों की आयु (Life) को बढ़ाना । (2) - छोटे दोसो को बड़ा होना से बचना  (3) - गाड़ियों को तरतीब बार मेंटिनेंस करने की लिए ।

 प्रकार :-  टास्क मेंटिनेंस के तीन प्रकार होते है  (1)- बीकली टास्क  (2) - मंथली टास्क  (3) - माइलेज टास्क 

(1)- बीकली टास्क :- इस टास्क को चार भागों में बांटा गया है । जिससे हम गड़ियों की छोटी से छोटी कमी को देखकर समय पर उस कमी को  दूर किया जा सकता है तथा बड़े दोष होने से बचा जा सकता है ।

टास्क न0 -I- इस टास्क में हम गाड़ियों की बड़ी एंड फिटिंग , इंजन  एंड कंट्रोल , कूलिंग एंड फ्यूल सप्लाई सिस्टम को चेक करते है । यह सप्ताह के  प्रत्येक सोमवार को किया जाता है । इसमें गाड़ी की पूर्ण सफाई करें और गाड़ी तमाम माउन्टिंगों को टाइट करें । कूलिंग सिस्टम को चेक करें । fuel सिस्टम को चेक करें । इंजन को स्टार्ट करके इंजन की आबाज को चेक करें कोई गैर आबाज तो नहीं आ रही हैं ।

टास्क न0 -II-  इसमें हम गाड़ी के इलेक्ट्रिकल सिस्टम को चेक करते है । यह सप्ताह के मंगलवार को किया जाता है ।

टास्क न0 -III- इस टास्क में गाड़ी के सस्पेंसन सिस्टम , ट्रांसमिशन सिस्टम , स्टेरिंग सिस्टम  को चेक करते है । इसको  सप्ताह  के प्रत्येक बुधबार को किया जाता है ।

टास्क न0 -IV - चेसिस , व्हील एंड ब्रेक यह सप्ताह की प्रत्येक बीर वर को चेक किया जता है l

(2) - मंथली टास्क :- यह  सप्ताह के प्रत्येक शुक्रवार को किया जाता है । यह चार प्रकार की होते है । (01)-  टूल एंड इक्युकमेन्ट (02) लुब्रिकेशन न0 01  (03) लुब्रिकेशन न0 02 (04) जनरल चेक फॉर टाइटनेस 

(3) - माइलेज टास्क :- अगर किसी असेम्ब्ली को तेल बदली को निर्धारित कि0 मी0 या समय हो गया हो तो उसको j बदली करें । जैसे - गेयर बॉक्स आयल , इंजन आयल , कूलिंग सिस्टम में पानी को बदली करना । टायर रुटेसन या टायर को बदली करना । यह माह की किसी भी दिन किया जा सकता है ।



 Information about Maintenance in the Task Maintenance is an essential aspect of any task. It ensures the smooth functioning and longevity of equipment or systems. Regular upkeep and repairs are necessary to prevent breakdowns and optimize performance. Proper maintenance practices can significantly reduce downtime and increase productivity.

 




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बुधवार, 12 जून 2024

ड्राइविंग करते समय करो न करो के बारे में जानकारी

 भूमिका :- आज कल  ज्यादा ट्रेफिक होने के कारण दुर्घटनाये दिन -प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ज्यादा तर दुर्घटनायें ड्राइवर की लापरवाही ,गाड़ी की देख रेख और समय पर '' करो न करो  '' की कार्यवाही न करने के कारण होती है। अच्छी सिखलाई , हुशियारी तथा करो न करो की कार्यवाही से इन दुर्घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है। तथा जान -माल के नुकसान से बचा जा सकता है।  इसलिए  प्रत्येक ड्राइवर का कर्तव्य है कि वाहन को चलाते समय करो न करो की कार्यवाही हमेशा ध्यान में रखें।
करो :- (01) ड्यूटी जाने से पहले वाहन की फस्ट परेड करना चाहिए। 
(02) वाहन को निर्धारित गति सीमा में ही चलायें। 
(03) रोड पर वाहन को हमेशा वायें तरफ ही चलाऐ। 
(04) यातायात के मियमों का पालन करें। 
(05) हमेशा ओबर टेक दाहिने तरफ से करो। 
(06) भीड़ -भाड़ वाले इलाके में वाहन की गति कम रखें। 
(07) अंधे मोड़ों पर हमेशा हॉर्न बजाये। चौराहों पर वाहन की कम करें व् देखकर वाहन को पार करें। 
(08) रत के समय डिपर (इंडिगेटर)  का प्रयोग करें। 
( 09) ड्यूटी से पहले फस्ट परेड ड्यूटी के दौरान हाल्ट परेड तथा ड्यूटी सम्पति के बाद लास्ट परेड अवश्य करें ताकि वाहन अगली ड्यूटी के लिए तैयार रख सकें। 
(10) ड्राइविंग करते समय हमेशा सेफ्टी बेल्ट का प्रयोग करें। 
न करो :-  सड़क के मध्य में  ,मोड़ों पर चौराहों पर वाहन को  खड़ा न करें। 
(02) नशे की हालत में वाहन को न चलाएं। 
(03) ब्रेक का काम हॉर्न से न करें। 
(04) स्कूल व अस्पताल के नजदीक हॉर्न न बजायें। 
(05) वाहन चलते समय मोबाईल पर बात-चीत  न करें। 
(06) वाहन को निर्धारित गति सीमा से अधिक न चलायें। 
(07) आगे जाने के लिए जब तक ड्राइवर इसरा न करे , ओबर टेक न करें। 
(08) वाहन को चलते समय बातों में व्यस्त न रहें। 
(09) वाहन को सेफ्टी बेल्ट लगये बिना ड्राइविंग न करें। 




















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मंगलवार, 11 जून 2024

फ्यूल सेविंग (fuel saving) के बारे में जानकारी

भूमिका :- जैसे की आप सभी जानते है डीजल एवं पेट्रोल ट्रांसपोर्ट के लिए एक प्रमुख एवं महत्वपूर्ण पदार्थ है। इस फ्यूल खपत को कम करने के लिए फ्यूल सेविंग करना बहुत जरुरी है। क्यों कि दिन प्रतिदिन फ्यूल की खपत तथा दामों में बढोत्तरी हो रही है। देश तथा व्यक्ति विशेष की जरुरतों के लिए अपने भारत देश को विदेशों से कच्चे तेल का आयात करना पड़ता है। किस कारण भारत देश काफी कीमत चुकाना पढ़ती है। अतः फ्यूल की खपत को कम करने के लिए फ्यूल के दामों में बढ़ोत्तरी को मध्यनजर रखने के लिए फ्यूल सेविंग fuel saving तेल की बचत करना बहुत है।

फ्यूल का टपकना :- अगर फ्यूल को प्रति सेकेंड एक बूंद टपकने दिया जाये तो यह एक बूंद फ्यूल का वर्ष में लगभग 2000 लीटर फ्यूल बर्वाद हो जाता है

फ्यूल सेविंग fuel saving की हिदायतें :-

(01) फ्यूल टेंक को कभी भी नेक के ऊपर नहीं भरना चाहिए। यकीन करें कि फ्यूल टेंक कैप  की रबड़ ठीक  है। और फ्यूल टैंक के केप को सही प्रकार से बंद करें। 
(02) सही ग्रेड का इंजन आयल इस्तेमाल करें।
(03) एयर क्लीनर की सफाई समय -समय पर करनी चाहिए 
(04) सभी टायरों में हवा का दवाव सही रखें। 
(05) वाहन  हमेशा तुरंत स्टार्ट होने की हालत में होना चाहिए। 
(06) वाहन की बेटी हमेसा चार्ज होना चार्ज तथा अलटरनेटर काम करने योग्य होना चहिये। 
(07) हमेशा फ्यूल फ़िल्टर जेनुअन डालना चाहिए। 
(08) वाहन को ओवर स्पीड न चलाये। 
(09) बिना काम के एक्सीलेटर न करें। 
(10) जहाँ पर 01 मिनट से ज्यादा खड़ा होना पड़े इंजन बन्द कर दे। 
(11) वाहन को ओवर लोड न चलाये। 













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शुक्रवार, 7 जून 2024

रोड सेन्स किसे कहते है ा



रोड सेन्स किसे कहते है

परिभाषा :- रोड सेन्स एक प्रकार की कला है ! जिससे ड्राइवर सही समय पर दूसरे रोड स्तेमाल करने वाले के साथ उचित व ठीक प्रकार से व्यवहार करता है उसे रोड सेन्स कहते है ! परन्तु इसके लिए ड्राइवर को बहुत से तथा रोड के हालातों से परचित होना हप्ता है जो इस प्रकार है -

01 - ऊंचे दर्जे का ड्राइविंग का अभ्यास होना 

02 - सड़क के हल का पूरा ज्ञान होना !

03 सड़क को इस्तेमाल करने वाले दूसरे के प्रति अच्छा और उचित व्यवहार किया जाये !

रोस सेन्स बढ़ाने के तरीके :- ( 01 ) अनुभव (02) भरोसा (03) दूरदर्शिता (04) सड़क के नियम (05) सड़क की सभ्यता (06) छठी इन्द्री

( 01 ) अनुभव :- ड्राइवर अपनी गाड़ी को मार्ग पर सुरच्छित ढंग से चलने के चलने के लिए अधिक से अधिक प्रशिक्षण लेना चाहिए !ताकि उसको जादा से जादा अनुभव प्राप्त हो सके ! कुछ बातो का ध्यान रखने से ड्राइवर को और अनुभव प्राप्त हो सकता है जो इस प्रकार है -

(I) दूसरी गाड़ी की रफ्तार और उसका फासला जानना सीखे !

(II) गाड़ी चलते समय घबराओ नहीं !

(III) जल्दी से जल्दी सही फैसला करो !

(IV) सही रफ्तार सही जगह पर इस्तेमाल करें !

(V) ड्राइविंग स्मूथ हो !

(VI) हमेश देख भाल के वाहन चलाये और चौकन्ने रहें !

(02) भरोसा :- ड्राइवर जब गाड़ी चला रहा हो तो उसे पूरा भरोसा होना चाहिए कि वह गाड़ी को सही ढंग से चला रहा है !तथा दुर्घटना के समय बिना किसी घबराहट के फैसला कर सके !

(03) दूरदर्शिता :- ड्राइवर को गाड़ी चलाते समय काफी होसियार होना चाहिये जिससे वह तमाम चीजों को आसानी से समझ सके ! और हालत के अनुसार ठीक कार्य कर सके !अचानक होने वाली घटनाओ को पहले ही ध्यान रखकर गाड़ी चलना चाहिए जैसे - 

(i) आगे जाने बाली गाड़ी का बिना सुचना के अचानक खड़ा होना !

(ii) गाड़ी या साइकल का बिना सूचना के आगे आ जाना या मुड़ जाना !

(iii) खड़ी गाड़ी का अचानक चल पड़ना !

(04) सड़क के नियम :- रोड इस्तेमाल करने वालों को सड़क के नियमों का ज्ञान होना चाहिए ! जिससे रोड के नियमो का पालन करते हुए सड़क दुर्घटना से बचा जा सके !

(05) सड़क की सभ्यता :- रोड पर वाहन चलते समय सड़क का इस्तेमाल करने बाले दूसरे के प्रति हमारा अच्छा व्यवहार होना चाहिए !

(06) छठी इन्द्री :-यह समझ सबमें होती है !कभी -कभी ऐसा प्रतीत होता है कि आगे आने बाले समय में कोई घटना होने वाली है ,और ऐसा भी हो जाता है !उसे छठी इंद्री कहते है !











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रविवार, 2 जून 2024

रोड साइन कितने प्रकार के होते है |


रोड साइन कितने प्रकार के होते है  |

परिभाषा -सड़क पर चलते समय दुर्घटना से बचने के लिए तथा यातायात को सुचरु रूप से चलाने के लिए, आने वाली बाधा से 50 से 75 गज की दूरी पर सड़क के दये या बाये जमीन से 5 फिट की उचाई पर लगाए जाते है उन्हें रोड साइन कहते है !

रोड साइन तीन प्रकार के होते है :-
01. Cautionary Sign चेतावनी संकेत
02. Informatory Sign सूचनात्मक चिन्ह
03. Order Sign आदेशात्मक चिन्ह

01 :- Cautionary Sign -चेतावनी संकेत - यह निशान सड़क के दये या बाये आने वाले हालत से चालक को आगाह करते है ! जिससे चालक इन रोड साइनों को देखकर सही समय पर सही कार्यवाही कर सके !तथा इन रुकाबटो को आसानी से  पार कर सके !जैसे -क्रास रोड ,हेअर पिन रेलवे क्रोसिंग ,वाये मोड़ इत्यादि !
Cautionary Sign

पहचान - यह एक तिकोने तख्ते पर बने होते है !जिसका माप 18x18 इंच होता है !इनके किनारे पर 3 इंच की लाल रंग की पट्टी तथा ग्राऊंड सफ़ेद रंग से रंगा होता है !एवं मार्क काले रंग से दर्शाये जाते है !

02. Informatory Sign -सूचनात्मक संकेत - यह निसान आम तोर पर चालक को आम सूचना देने के लिए लगाए जाते है ! इनका आकर या आयताकार होता है तथा इनके आकर में अंतर भी आ सकता है !इसके ग्राउंड सफेद तथा सूचना देने वाले चिन्ह लाल या काळा रंग से दर्शाये जाते है !परन्तु कुछ अंतराष्टीय चिन्ह भी होते है !जैसे - पेट्रोल पम्प , अस्पताल आदि !
Petrol pump

03. Order Sign आदेशात्मक चिन्ह -यह वह निसान है जो चालाक को आदेश देने के लिहाजे से बनाये जाते है ! जिनका जानना व मानना अति आवश्यक होता है ! यदि इन निसानो का पालन नहीं किया तो कानूनी कारवाही भी की जा सकती है ! यह एक गोलाकार तख्ते पर बने होते है जिसका व्यास 02 फिट होता है !और किनारे लाल रंग से तथा ग्राउंड सफेद रंग से रंगा होता है !और आदेशों को काले रंग से दर्शाते है !इनके अतरिक्त कुछ अंतराष्टीय आदेशात्मक चिन्ह होते है जैसे -नो पार्किंग
Order Sign







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सोमवार, 27 मई 2024

रोड साइन से आप क्या समझते है


भूमिका -

बहुत सी दुर्घटनाऐं हाइवे कोड या रोड साईन की जानकारी न होने के कारण होती है ा सभी चालकों को हाइवे कोड एव रोड साइन सड़क के नियमो के बारे में जानकारी होनी चाहिए जिससे सड़क पर होने बली दुर्घटना तथा जान -माल की हानि से बचा जाए । 

यातायात के नियमो का महत्व -

सड़क इस्तेमाल करने वालो के लिए कुछ एक नियम व रोड साइन तथा हाइवे कोड बनाये गए है ताकि यातायात को सुचारु रूप से चलाया जा सके इन नियमो को जानने से हर चाक को वाहन चलने में काफी मदत मिलती है अगर इन नियमो का पालन नही किया जाये तो दुर्घटनाये हो सकती है इसलिए रोड साइन का ज्ञान होना चालकों के लिए बहुत जरुरी है

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